चाँद जो चमकना भूल गया || Magical Story

 

 चाँद जो चमकना भूल गया

learnkro.com- बहुत पहले, हमारे जैसे ही आसमान में, लिओरा नाम का एक चाँद था। वह किसी भी आम चाँद की तरह नहीं थी। जबकि दूसरे चाँद सिर्फ़ चमकते थे और धरती को देखते थे, लिओरा एक वरदान के साथ पैदा हुई थी – वह सपने बुन सकती थी।
हर रात, जब दुनिया सो जाती थी, लिओरा चाँदनी के धागों को सपनों में बदल देती थी और उन्हें खिड़कियों, चिमनी के ऊपर और छतों की छोटी-छोटी दरारों से गुज़रने देती थी। बच्चे उड़ती व्हेल, बोलते हुए फूल और कैंडी से बनी ज़मीन के सपने देखते थे। वयस्कों को शांति, खोई हुई यादें या उन लोगों से सुकून मिलता था जो चले गए थे।
लेकिन लिओरा का एक रहस्य था – उसने कभी खुद सपने नहीं देखे थे।
देखिए, सपने बनाने के लिए उसने अपनी रोशनी के टुकड़े दे दिए। और धीरे-धीरे, रात-दर-रात, वह मंद होती गई। सितारे अपनी चिंता फुसफुसाते थे। सूरज ने थोड़ी गर्मी दी। लेकिन लिओरा हमेशा मुस्कुराती थी, कहती थी, “जब तक वे सपने देखते हैं, मैं चमकती हूँ।”
जब तक एक रात… उसने नहीं देखा।
आसमान काला हो गया। लोग नींद में करवटें बदल रहे थे। कोई सपना नहीं आया।
लियोरा गायब हो गई थी।
बादलों के बहुत नीचे, चांदी के जंगलों से घिरे एक भूले-बिसरे गांव में, मीरा नाम की एक लड़की जाग उठी। उसके सीने में एक अजीब सी अनुभूति हो रही थी – जैसे दुनिया की धड़कनें खत्म हो गई हों।
मीरा को हमेशा से चाँद से प्यार था। हर रात, वह उससे एक दोस्त की तरह बात करती थी।
लेकिन उस रात जब उसने ऊपर देखा तो वहां कुछ भी नहीं था। कोई लियोरा नहीं थी। सिर्फ़ अँधेरा था।
दृढ़ निश्चयी मीरा ने एक बैग पैक किया – एक जार जिसमें तारों की रोशनी थी जिसे उसने बचपन में पकड़ा था, पुरानी लोरियों से बना एक नक्शा, और उसकी सबसे शक्तिशाली वस्तु: एक चांदी की बांसुरी जिसके बारे में कहा जाता था कि वह आकाश का ध्यान आकर्षित करती है।
“मैं चाँद को ढूँढूँगी,” उसने फुसफुसाते हुए कहा।
मीरा शाम के पहाड़ों से आगे, लोरियों से भरे समुद्र के पार, भूली हुई रोशनी की घाटी में पहुँची, एक ऐसी जगह जहाँ खोई हुई सारी चमक इकट्ठी हुई थी – टूटे हुए चमकने वाले कीड़ों से लेकर जले हुए सितारों तक।
बिल्कुल बीच में, काले पंखों के बिस्तर में लिपटी हुई, लिओरा लेटी हुई थी।

वह पीली थी। चुप। उसका शरीर मंद-मंद चमक रहा था, जैसे कोई याद मिटने की कोशिश कर रही हो। “तुम… चाँद हो,” मीरा ने कहा, उसकी आवाज़ काँप रही थी।लिओरा ने अपनी आँखें खोलीं, धुंध की तरह नरम। “मैं थी,” उसने जवाब दिया। “लेकिन मैंने बहुत कुछ दिया। मैं अब खाली हूँ।” मीरा उसके बगल में घुटनों के बल बैठ गई। “लेकिन तुमने दुनिया को उम्मीद दी।” “और अब वे सपने नहीं देखते,” लिओरा ने आह भरी। “अगर मैं चली जाऊँ तो बेहतर है। वे भूल जाएँगे।”“नहीं,” मीरा ने दृढ़ता से कहा, “वे नहीं भूलेंगे। और मैं भी नहीं भूलूँगी।” उसने तारों की रोशनी का जार निकाला। “तुमने सपने दिए। चलो मैं तुम्हें एक देती हूँ।” उसने जार खोला। उसके अंदर एक इच्छा थी जिसे उसने बचपन से सहेज कर रखा था: “मैं चाहती हूँ कि चाँद एक दिन मुस्कुराए, न कि सिर्फ़ दूसरों के लिए चमके।”

प्रकाश लिओरा के चारों ओर घूम गया। पहली बार चाँद को एक सपना मिला – उसका अपना।
वह चमकने लगी। चमकीली नहीं – अभी तक नहीं – लेकिन गर्म, सर्दियों में मोमबत्ती की तरह।
लेकिन यह पर्याप्त नहीं था।
“पर्याप्त रोशनी नहीं है,” लिओरा ने कहा।
मीरा ने अपनी आँखें बंद कर लीं। फिर, स्थिर हाथों से, उसने चाँदी की बांसुरी बजाई।
उसका संगीत ऊँचा उठता गया, हर बादल, तारे और नीचे के दिल को छूता हुआ। लोग अपनी नींद में हिलते-डुलते रहे। कहीं, एक बच्चा मुस्कुराया। एक अकेला चित्रकार फिर से रंग का सपना देख रहा था। एक बूढ़ी औरत ने अपने खोए हुए पति को देखा, बस एक पल के लिए।
और जैसे ही प्रत्येक व्यक्ति ने फिर से सपना देखा, लिओरा के पास रोशनी का एक छोटा सा हिस्सा लौट आया।
एक-एक करके, पृथ्वी भर में, सपने देखने वालों ने लालटेन की तरह आकाश को रोशन कर दिया।
और फिर, समय की शुरुआत जैसी एक सांस के साथ, लिओरा उठी।
वह पहले से कहीं ज़्यादा चमकी – अपनी चमक से नहीं, बल्कि उन सपनों से जो उसने कभी उपहार में दिए थे… अब लौट आए।
आसमान खुश हो गया। सितारे नाचने लगे। यहाँ तक कि सूरज भी देखने के लिए रुक गया।
लियोरा मीरा की ओर मुड़ी।

“तुमने मुझे याद दिलाया… प्रकाश को भी प्यार की ज़रूरत होती है।”

मीरा मुस्कुराई। “मुझसे एक बात का वादा करो?”

“कुछ भी।”

“सपने देखो। बस कभी-कभी। अपने लिए।”

और उस रात से, चाँद चमकने से ज़्यादा कुछ करने लगा — उसने सपने देखे।

कभी-कभी, अगर तुम चाँद को काफ़ी देर तक देखते रहोगे, तो तुम उसे मुस्कुराते हुए देखोगे।

और अगर तुम भाग्यशाली हो, तो तुम सिर्फ़ उसकी वजह से नहीं…

लेकिन उसके साथ सपने देखोगे।

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✨ कहानी की सीख:

सबसे चमकीली रोशनी को भी प्यार की ज़रूरत होती है। देना सुंदर है, लेकिन प्राप्त करना संपूर्ण होने का हिस्सा है। अपने लिए सपने देखना कभी न भूलें।

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